अब सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजों के रिटायरमेंट का वक्त बढ़ने जा रहा है। दरअसल जजों की रिटायरमेंट उम्र यानी सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की तैयारी हो गई है।
इसके लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने एक प्रस्ताव पास किया है। इस प्रस्ताव के जरिए संविधान संशोधन की मांग की गई है। ऐसे में इसमें संशोधन होता है तो जल्द ही जजों की रिाटयरमेंट उम्र बढ़ जाएगी।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया और सभी राज्यों के बार कॉउंसिल्स ने संयुक्त बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर कहा है कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों के रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने के लिए तत्काल संविधान संशोधन किया जाए।
दरअसल, बार काउंसिल ऑफ इंडिया की बीते सप्ताह एक बैठक हुई थी। इसी बैठख में सर्वसम्मति से इस बात पर सहमति बनी कि, देश की शीर्ष अदालत और उच्च न्यायालय के न्यायधीशों की सेवानिवृत्ति की उम्र में इजाफा किया जाए।
ऐसे में रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने के लिए संविधान में संशोधन किया जाना चाहिए। यही नहीं ये संशोधन तत्काल करने की भी मांग की गई है।
संविधान में तत्काल संशोधन होता है तो जजों की रिटायरमेंट एज बदल जाएगी। ऐसे में हाईकोर्ट के जजों की रिटायरमेंट की आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष करने की प्रस्ताव है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाकर 67 वर्ष करने की बात कही गई है। यानी दोनों की रिटायरमेंट एज में तीन वर्ष के इजाफे का प्रस्ताव है।