उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मदरसा सर्वे का काम पूरा हो गया है। इस सर्वे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भाजपा सरकार को घेरा है। उन्होंने इसे मदरसों में गैरजरूरी दखल कहा है। इस सर्वे में 11 सवाल पूछे गए थे।
इस सर्वे को लेकर ट्वीट करते हुए मायावती ने बुधवार को लिखा- यूपी सरकार का लोगों के चन्दों पर आश्रित प्राइवेट मदरसों के सर्वे का काम पूरा हो गया है। सर्वे के मुताबिक, 7,500 से अधिक ‘गैर-मान्यता प्राप्त’ मदरसे गरीब बच्चों को तालीम दे रहे हैं।
बीएसपी सुप्रीमो ने आगे कहा, ये गैरसरकारी मदरसे सरकार पर बोझ नहीं बनना चाहते तो फिर इनमें सरकार दखल क्यों दे रही है। सरकारी मदरसा बोर्ड के मदरसों के टीचर और स्टाफ के वेतन के बजट के लिए भी सर्वे कराया जाता है।
उन्होंने पूछा कि क्या सर्वे के आधार पर यूपी सरकार इन प्राइवेट मदरसों को अनुदान सूची में शामिल करके उन्हें सरकारी बनाएगी? बीएसपी सरकार ने 100 मदरसों को यूपी बोर्ड में शामिल किया था।
मायावती ने कहा कि पहले कांग्रेस सरकार ने मदरसा आधुनिकीकरण के नाम पर छात्रों को उनकी पसंद की उच्च शिक्षा सुनिश्चित करने के बजाय उन्हें ड्राइविंग, मैकेनिक, कारपेन्टर की ट्रेनिंग देकर मदरसों का अपमान किया। अब आगे देखिए बीजेपी सरकार में उनका क्या होता है?
उन्होंने शिक्षा व्यवस्था को लेकर कहा कि यूपी और दूसरे राज्यों में भी सरकारी स्कूलों के हालात लगातार बदतर होते चले जा रहे हैं। इसके बावजूद सरकारें लापरवाह बनी हैं क्योंकि वहां गरीब और कमजोर वर्गों के बच्चे पढ़ते हैं।