अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को आज बृहस्पतिवार को लगातार तीसरी बार समाजवादी पार्टी का निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष (Samajwadi Party National President) चुन लिया गया। राज्य सम्मेलन के बाद आज 29 सितंबर को सपा के 11वें राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।
चुनाव अधिकारी और पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव (Ramgopal Yadav) ने उन्हें निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने जाने का ऐलान किया। इस सम्मेलन के जरिये सपा वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देगी। राष्ट्रीय अधिवेशन भी रमाबाई अंबेडकर मैदान में ही आयोजित किया गया है।
राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को ही लगातार तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष चुने जाने की प्रबल संभावना थी। पार्टी में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव से गतिरोध के कारण पार्टी के झंडे और चुनाव निशान को लेकर अदालती लड़ाई जीतने के बाद अखिलेश यादव को एक जनवरी 2017 को आपात राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाकर पहली बार पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के स्थान पर दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था।
उसके बाद अक्टूबर 2017 में आगरा में हुए विधिवत राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें एक बार फिर सर्वसम्मति से पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था। उस वक्त पार्टी के संविधान में बदलाव कर अध्यक्ष के कार्यकाल को तीन साल से बढ़ाकर पांच वर्ष कर दिया गया था।
अक्टूबर 1992 में गठित सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अब तक यादव परिवार का ही कब्जा रहा है। अखिलेश से पहले मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ही पार्टी के अध्यक्ष रहे। सपा का यह राष्ट्रीय अधिवेशन वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव और 2022 के उप्र विधानसभा चुनाव में पार्टी की लगातार चुनावी शिकस्तों के बाद आयोजित हो रहा है।