आज सुबह समाजवादी पार्टी के संस्थापक सवर्गीय मुलायम सिंह यादव के बेटे और पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव नम आंखों से पिता की अस्थियों के कलश को लेकर इन्हें गंगा में प्रवाहित करने के लिए रवाना हुए.
जब वह सैफई हवाई पट्टी की ओर विमान में बैठने के लिए निकले तो अखिलेश के गमगीन चेहरे को हर कोई पढ़ सकता था.वह हरिद्वार के गंगा घाट पर विधि-विधान और पूजन के बाद नेताजी की अस्थियों को गंगा में विसर्जित करेंगे.
कुछ ही घंटों में अखिलेश यादव सैफई हवाई पट्टी से निजी विमान से देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे. जहां से वो से हरिद्वार के लिए रवाना हुए. इस दौरान उनके साथ पत्नी डिंपल यादव के साथ चाचा शिवपाल यादव भी मौजूद थे.
चाचा शिवपाल के साथ अखिलेश यादव की यह तस्वीर बहुत कुछ बयान कर रही है. ऐसे समय में जब अखिलेश यादव पिता के निधन से बेहद गमगीन है और खुद को बेहद अकेला महसूस कर रहे है. तब उन पर अपने चाचा शिवपाल से मतभेद भुला देने का बहुत दबाव है.
क्योंकि मुलायम सिंह के बाद शिवपाल यादव ही परिवार में वरिष्ठ हैं. भले राजनीतिक फैसलों को लेकर दोनों के बीच लंबे समय से खींचतान चली आ रही हो, लेकिन ऐसे गम भरे माहौल में दोनों सैफई से हरिद्वार तक के सफर में ना सिर्फ एक साथ दिए बल्कि दोनों ने अस्थि विसर्जन में एक दूसरे का अच्छी तरह साथ निभाया.