वाराणसी जिला कोर्ट ने हिंदू पक्ष की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें ‘कथित शिवलिंग’ की कार्बन डेटिंग कराने की मांग की गई थी. ये याचिका 4 महिलाओं ने दाखिल की थी, जिसमें शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए बगैर उसकी कार्बन डेटिंग की मांग की थी.
जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है. वाराणसी कोर्ट का ये फैसला हिंदू पक्ष के लिए झटके जैसा है, क्योंकि हिंदू पक्ष चाहता था कि कार्बन डेटिंग सुरक्षित तरीके से किया जाए और फिर पूजा-पाठ की अनुमति दी जाए. लेकिन कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट का हवाला देते हुए ऐसा करने से इनकार कर दिया है.
वाराणसी कोर्ट के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने अपने फैसले में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कथित शिवलिंग को सुरक्षित रखने के लिए कहा है. ऐसे में अगर शिवलिंग को कार्बन डेटिंग के दौरान कोई नुकसान पहुंचता है, तो ये सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी करने जैसा होगा.
जो गलत माना जाएगा. इसके अलावा शिवलिंग को किसी तरह को नुकसान पहुंचाना हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात की तरह होगा. ऐसे में कार्बन डेटिंग की मांग को माना नहीं जा सकता.